प्लेटलेट्स कम होने के कारण और बढ़ाने के प्राकृतिक उपाय

 प्लेटलेट्स कम होने के कारण – रक्त हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को शरीर के विभिन्न भागों तक पहुंचाने का कार्य करता है। रक्त में मौजूद प्लेटलेट्स का मुख्य कार्य रक्तस्राव को रोकना और चोट लगने पर घाव को भरने में सहायता करना है। लेकिन कई बार शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है, जिसे मेडिकल भाषा में थ्रोंबोसाइटोपेनिया कहा जाता है। यह स्थिति कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।

इस लेख में हम प्लेटलेट्स कम होने के कारण, लक्षण और इसे बढ़ाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।


प्लेटलेट्स क्या होते हैं? What is Platelets

प्लेटलेट्स (थ्रोंबोसाइट्स) रक्त में मौजूद छोटी कोशिकाएं होती हैं, जिनका मुख्य कार्य खून का थक्का बनाना और रक्तस्राव को रोकना होता है। सामान्य रूप से, स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 1.5 लाख से 4.5 लाख प्रति माइक्रोलिटर रक्त होती है। यदि यह संख्या 1.5 लाख से कम हो जाती है, तो इसे प्लेटलेट्स की कमी माना जाता है।


प्लेटलेट्स कम होने के कारण 

प्लेटलेट्स की संख्या कम होने के यानि प्लेटलेट्स कम होने के कारण कई हो सकते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण —

1. वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण

  • डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, हेपेटाइटिस और एचआईवी जैसे वायरल संक्रमण प्लेटलेट्स की संख्या को तेजी से कम कर सकते हैं।
  • बैक्टीरियल संक्रमण के कारण भी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और प्लेटलेट्स का स्तर गिर सकता है।

2. ऑटोइम्यून बीमारियां

  • लुपस, रूमेटाइड आर्थराइटिस और इम्यून थ्रोंबोसाइटोपेनिक पुरपुरा (ITP) जैसी बीमारियों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली प्लेटलेट्स को नुकसान पहुंचाने लगती है।
  • इन स्थितियों में शरीर स्वयं ही प्लेटलेट्स को नष्ट करने लगता है, जिससे इनकी संख्या कम हो जाती है।

3. अस्थि मज्जा (Bone Marrow) की समस्या

  • अस्थि मज्जा रक्त कोशिकाओं को बनाने का कार्य करता है, लेकिन यदि यह प्रभावित होता है तो प्लेटलेट्स का उत्पादन कम हो जाता है।
  • ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर), एनीमिया और कीमोथेरेपी जैसी स्थितियां अस्थि मज्जा को कमजोर कर सकती हैं।

4. कुछ दवाओं का सेवन

  • दर्द निवारक दवाएं, एंटीबायोटिक्स, एंटी-डिप्रेसेंट्स, कीमोथेरेपी ड्रग्स और रक्त पतला करने वाली दवाएं प्लेटलेट्स की संख्या कम कर सकती हैं।

5. अत्यधिक शराब और धूम्रपान

  • अत्यधिक शराब के सेवन से अस्थि मज्जा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और प्लेटलेट्स का उत्पादन कम हो सकता है।
  • धूम्रपान भी रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे प्लेटलेट्स की संख्या प्रभावित हो सकती है।

6. पोषण की कमी

  • शरीर में विटामिन बी12, फोलिक एसिड और आयरन की कमी प्लेटलेट्स के उत्पादन को प्रभावित कर सकती है।

7. आनुवंशिक कारण

  • कुछ लोगों में जन्म से ही प्लेटलेट्स की संख्या कम होती है, जिसे जेनेटिक डिसऑर्डर कहा जाता है।

प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण

प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण

प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण यदि शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बहुत अधिक गिर जाती है, तो इसके निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं—

  • त्वचा पर लाल, नीले या बैंगनी रंग के छोटे-छोटे दाने (पेटीचिया)
  • अधिक समय तक खून बहना (जैसे नाक से खून आना, मसूड़ों से खून आना)
  • थकान और कमजोरी महसूस होना
  • चोट लगने पर जल्दी नीला पड़ जाना
  • मल या पेशाब में खून आना
  • महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव

अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।


प्लेटलेट्स को कैसे बढ़ाये How to Increase Platelets

प्लेटलेट्स को कैसे बढ़ाये यदि प्लेटलेट्स की संख्या हल्की कम हुई है, तो इसे कुछ प्राकृतिक उपायों से बढ़ाया जा सकता है—

1. पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें

  • पपीते के पत्ते का रस: प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पपीते के पत्तों का रस सबसे कारगर उपाय माना जाता है।
  • अनार और गाजर: इनसे शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं और प्लेटलेट्स बढ़ते हैं।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, ब्रोकली और मेथी प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक होते हैं।
  • अमरूद: इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में मदद करता है।

2. अधिक पानी पिएं

  • शरीर में पानी की कमी से रक्त गाढ़ा हो सकता है, जिससे प्लेटलेट्स का उत्पादन प्रभावित होता है। इसलिए दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।

3. एलोवेरा जूस और गिलोय का सेवन करें

  • एलोवेरा और गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करते हैं।

4. धूम्रपान और शराब से बचें

  • शराब और धूम्रपान शरीर में प्लेटलेट्स के उत्पादन को बाधित कर सकते हैं। इसलिए इनसे दूर रहना जरूरी है।

5. नियमित व्यायाम करें

  • हल्के व्यायाम और योग करने से रक्त संचार बेहतर होता है और प्लेटलेट्स का स्तर संतुलित रहता है।

6. डॉक्टर से सलाह लें

  • यदि प्लेटलेट्स बहुत अधिक कम हो गए हैं, तो डॉक्टर के निर्देशानुसार उचित दवाओं और इलाज का सहारा लेना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. प्लेटलेट्स कितने समय में बढ़ते हैं?
अगर सही खानपान और इलाज किया जाए तो 3-5 दिनों में प्लेटलेट्स की संख्या में सुधार देखा जा सकता है।

2. कौन-से फल प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं?
अनार, पपीता, अमरूद, कीवी, संतरा और तरबूज प्लेटलेट्स बढ़ाने में फायदेमंद होते हैं।

3. क्या दूध पीने से प्लेटलेट्स बढ़ते हैं?
हाँ, दूध में कैल्शियम और विटामिन बी12 होता है, जो अस्थि मज्जा को स्वस्थ रखता है और प्लेटलेट्स के निर्माण में मदद करता है।

4. डेंगू में प्लेटलेट्स कितने कम हो सकते हैं?
डेंगू के गंभीर मामलों में प्लेटलेट्स की संख्या 20,000-30,000 तक गिर सकती है, जिससे रोगी की स्थिति गंभीर हो सकती है।


निष्कर्ष

प्लेटलेट्स का शरीर में संतुलित रहना बहुत जरूरी है। यदि प्लेटलेट्स कम होते हैं, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। संतुलित आहार, उचित जीवनशैली और सही इलाज से प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। यदि स्थिति गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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